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UltranewsTv | Updated : 25 February, 2025
हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर डाइट हार्ट डिजीज से बचाव में मददगार होते हैं। साथ ही, खाने की मात्रा पर कंट्रोल रखकर ग्लूकोज के लेवल को स्थिर किया जा सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल जैसे रिस्क फैक्टर्स को कम करने के लिए नियमित एक्सरसाइज जरूरी है। एक्सरसाइज से डायबिटीज को भी बेहतर ढंग से कंट्रोल किया जा सकता है।
कंटीन्यूअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग जैसे डिवाइस की मदद से ब्लड शुगर लेवल को रियल-टाइम में ट्रैक किया जा सकता है। यह डिवाइज ग्लूकोज रेंज (70 – 180 mg/dl) को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही, ये डिवाइस डॉक्टर से जुड़े रहने में भी मददगार होते हैं।
स्मोकिंग ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाता है और डायबिटीज के कारण आर्टरीज के कॉन्स्ट्रिक्शन को तेज करता है। इसके अलावा, शराब न पिएं, क्योंकि यह डायबिटीज की दवाओं के असर को कम कर सकता है।
तनाव के दौरान शरीर में स्ट्रेस हार्मोन्स का लेवल बढ़ जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन रेजिस्टिविटी बढ़ सकती है। लंबे समय तक स्ट्रेस रहने से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिसीज़ का खतरा बढ़ सकता है।
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